Mantrochar.com: हिंदू धर्म की अद्वितीय समृद्धि और आध्यात्मिकता का स्रोत। यहाँ आपको मिलेंगे शक्तिशाली मंत्र, श्लोक, चालीसा, आरतियां, अष्टकम, स्तोत्र, सहस्रनाम, और स्तुतियां सहित हिंदू धर्म से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारियां।
कल्याण- मन्दिरमुदारमवद्य-भेदि भीताभय-प्रदमनिन्दितमङ्घ्रि- पद्मम् । संसार-सागर-निमज्जदशेषु-जन्तु – पोतायमानमभिनम्य जिनेश्वरस्य ॥१ ॥ यस्य स्वयं सुरगुरुर्गरिमाम्बुराशेः स्तोत्रं सुविस्तृत-मतिर्न विभुर्विधातुम् । तीर्थेश्वरस्य कमठ-स्मय- धूमकेतो- स्तस्याहमेष किल संस्तवनं करष्येि ॥ २ ॥ सामान्यतोऽपि तव वर्णयितुं स्वरूप- मस्मादृशः कथमधीश भवन्त्यधीशाः । धृष्टोऽपि कौशिक- शिशुर्यदि वा दिवान्धो रूपं प्ररूपयति किं किल घर्मरश्मेः ॥३ ॥ मोह-क्षयादनुभवन्नपि नाथ मर्त्यो नूनं गुणान्गणयितुं न तव […]
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥ मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥ मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥ मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥ Mangalam Bhagwan Vishnu Mangalam Bhagwan Vishnu Mantra Mangalam Bhagwan Vishnu Mangalam Bhagwan Vishnu Mangalam Bhagwan […]
॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ नमः शिवाभ्यां नवयौवनाभ्यां परस्पराश्लिष्टवपुर्धराभ्याम् । नगेन्द्रकन्यावृषकेतनाभ्यां नमो नमः शङ्करपार्वतीभ्याम् ॥ 1 ॥ नमः शिवाभ्यां सरसोत्सवाभ्यां नमस्कृताभीष्टवरप्रदाभ्याम् । नारायणेनार्चितपादुकाभ्यां नमो नमः शङ्करपार्वतीभ्याम् ॥ 2 ॥ नमः शिवाभ्यां वृषवाहनाभ्यां विरिञ्चिविष्ण्विन्द्रसुपूजिताभ्याम् । विभूतिपाटीरविलेपनाभ्यां नमो नमः शङ्करपार्वतीभ्याम् ॥ 3 ॥ नमः शिवाभ्यां जगदीश्वराभ्यां जगत्पतिभ्यां जयविग्रहाभ्याम् । जम्भारिमुख्यैरभिवन्दिताभ्यां नमो नमः शङ्करपार्वतीभ्याम् ॥ 4 ॥ नमः शिवाभ्यां […]
मारुति स्तोत्र, भगवान श्री राम के परम भक्त पवनपुत्र हनुमान जी को समर्पित है। यह स्तोत्र अत्यंत प्रभावशाली है और इसके पाठ से बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। जिस भक्त पर अंजनी के लाल हनुमान जी की कृपा होती है, उसके जीवन में कोई भी संकट नहीं आता। तुलसीदास जी ने हनुमान […]
जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने के लिए भैरव की आराधना का विशेष महत्व है। विशेष रूप से भैरव अष्टमी या किसी भी शनिवार को श्री बटुक-भैरव-अष्टोत्तर-शत-नाम-स्तोत्र का पाठ करने से आपके सभी कार्य सफल और सार्थक होंगे। इसके साथ ही, व्यापार, व्यवसाय, जीवन की समस्याएं, विघ्न, बाधाएं, शत्रु, कोर्ट-कचहरी के मामलों […]
शिव रक्षा कवच स्तोत्र भगवान् शिव के शक्तिशाली स्तोत्रों में से एक है। आज के इस पोस्ट में हम शिव रक्षा स्तोत्र अर्थ सहित जानने वाले हैं। शिव रक्षा कवच स्तोत्र व्यक्ति को समस्त सांसारिक भय और कष्टों से रक्षा कर परम कल्याण प्रदान करने वाला स्तोत्र है। जिसकी रचना महान् योगी, ज्ञानी और भगवान् […]
प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम् ।। भक्तावासं स्मरेन्नित्यमायु:कामार्थसिद्धये ।।१ ।। प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम् ।। तृतीयं कृष्णपिङ्गगाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम् ।।२ ।। लम्बोदरं पञ्चमं च षष्ठं विकटमेव च ।। सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्णं तथाष्टमम् ।।३ ।। नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम् । एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम् ।।४ ।। द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्यं य: पठेन्नर: । […]