Mantrochar.com: हिंदू धर्म की अद्वितीय समृद्धि और आध्यात्मिकता का स्रोत। यहाँ आपको मिलेंगे शक्तिशाली मंत्र, श्लोक, चालीसा, आरतियां, अष्टकम, स्तोत्र, सहस्रनाम, और स्तुतियां सहित हिंदू धर्म से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारियां।
1- सरस्वती ॐ सरस्वत्यै नमः। 2- महाभद्रा ॐ महाभद्रायै नमः। 3- महामाया ॐ महमायायै नमः। 4- वरप्रदा ॐ वरप्रदायै नमः। 5- श्रीप्रदा ॐ श्रीप्रदायै नमः। 6- पद्मनिलया ॐ पद्मनिलयायै नमः। 7- पद्माक्षी ॐ पद्मा क्ष्रैय नमः। 8- पद्मवक्त्रगा ॐ पद्मवक्त्रायै नमः। 9- शिवानुजा ॐ शिवानुजायै नमः। 10- पुस्तकधृत ॐ पुस्त कध्रते नमः। 11- ज्ञानमुद्रा ॐ […]
श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, श्री हनुमान जन्मोत्सव और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से वाचन किया जाने वाली वंदना। ॥दोहा॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं । नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥ कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं । पटपीत मानहुँ तडित […]
Namo namo Durge sukh karani,Namo namo Ambe dukh harani.Nirankar hai jyoti tumhariTihun lok pheli ujayari. Shashi lalat mukh maha vishala,Netra lal brikuti vikrala.Roop matu ko adhika suhave,Daras karat jan ati sukh pave. Tum sansar shakti laya kina,Palan hetu anna dhan dina.Annapurna hui jag pala,Tumhi adi sundari bala. Pralaya kal sab nashan hari,Tum Gauri Shiv Shankar […]
গণেশের পুষ্পাঞ্জলি মন্ত্র | Ganesh pushpanjali mantra সকল দেব দেবীর পূজার প্রথমে গণেশ এর পূজা হয়ে থাকে। আমরা ভগবান গণেশ কে সিদ্ধিদাতা বলে সম্বোধন করে থাকি কারণ তিনি সমস্ত কাজকে সুসম্পন্ন বা সফল করেন। প্রতি বছরে দুইবার গণেশ চতুর্থী (Ganesh Chaturthi)পূজা হয়ে থাকে। ভাদ্র শুক্লা পক্ষের চতুর্থী তিথি এবং। সরস্বতী পূজার আগেরদিন শুক্লা চতুর্থীর দিন […]
सदगुरू साईं नाथ महाराज की जय कष्टों की काली छाया दुखदायी है,जीवन में घोर उदासी लायी है | संकट को तालो साई दुहाई है,तेरे सिवा न कोई सहाई है | मेरे मन तेरी मूरत समाई है,हर पल हर शन महिमा गायी है घर मेरे कष्टों की आंधी आई है,आपने क्यूँ मेरी सुध भुलाई है | […]
ॐ यज्ञेन यज्ञमयजन्त देवास्तनि धर्माणि प्रथमान्यासन् । ते ह नाकं महिमान : सचंत यत्र पूर्वे साध्या : संति देवा: ॥ ॐ राजाधिराजाय प्रसह्य साहिने। नमो वयं वैश्रवणाय कुर्महे । स मनोकामान् काम कामाय मह्यं । कामेश्वरो वैश्रवणो ददातु । कुबेराय वैश्रवणाय । महाराजाय नमः । ॐ स्वस्ति। साम्राज्यं भोज्यं स्वाराज्यं वैराज्यं पारमेष्ठ्यं राज्यं महाराज्यमाधिपत्यमयं समंतपर्यायीस्यात् […]
आराधना मे है छुटकारा आराधना मे है चंगाई आराधना मे है छुटकारा आराधना मे है चंगाई शरीर प्राण आत्मा मे शांति आनंद देता है जान से प्यारा प्रभु शरीर प्राण आत्मा मे शांति आनंद देता है जान से प्यारा प्रभु प्रार्थना करे आराधना करे वो अच्छा है कितना भला है प्रार्थना करे आराधना करे वो […]
जगन्नाथ जी की आरती अति कल्याणकारी है | इसमें जगनाथ जी, बलभद्र जी और सुभद्रा जी के विभिन्न गुणों और कृपालु भाव को दर्शाया गया है | सामान्यतया जगनाथ जी के दो ही हाथ के रूप का दर्शन होता है | उनके चतुर्भुज रूप यानि कि उनका नारायण रूप है | भक्तों को बड़े ही […]
देवलिये रमजाये भवानी,मंदरिये रमजाये।चौसठ जोगणी रे भवानी,देवलिये रमजाये। हंस सवारी कर मारी माता,ब्रह्मा रूप बणायो।ब्रह्मा रो रूप बणायो मारी मैया।ब्रह्मा रूप बणायो।चार वेद मुख चार बिराजे।चारो रो जस गायो।चौसठ जोगणी रे,भवानी देवलिये रमजाये।घूमर गालणी रे,माता आँगणिये रमजाये। गरुड़ सवारी कर मारी माता,विष्णु रूप बणायो।विष्णु रो रूप बणायो नव दुर्गा।विष्णु रूप बणायो।गदा पदम् संग चक्र बिराजे।मधुवन […]
हरी : ॐ || हिरान्यवार्नाम हरिणीम सुवर्णराजत्स्राजम | चन्द्रम हिरान्मयी लक्ष्मी जातवेदो म आवह ||१ || तां म आवह जातवेदो लक्ष्मीमनपगामिनीम | यस्यां हिरण्यं विन्देयं गामश्वं पुरुषान्ह्म ||२ || अश्वपुर्वाम रथमाध्यम हस्तिनदप्रबोधिनीम | श्रियं देवीमुपहव्ये श्रीर्मादेव जुषताम ||३ || कांसोस्मितं हिरण्यप्रकारां आद्रं | ज्वलन्ती तृप्तां तर्पयंतिम || पध्मेस्थितम पध्मवर्णं | तामिहोपह्वायेश्रियं […]
Chhappaya Sindhu-taran, Siya-soch-haran, Rabi-baalbaran-tanu । Bhuj bisaal, moorti karaal, kaalhuko kaal janu ॥ Gahan-dahan-nirdahan-lank nihsank, bank-bhuv । Jaatudhaan-balvaan-maan-mad-davan pavansuv ॥ Kah Tulsidas sevat sulabh, sevak hit santat nikat । Gunganat, namat, sumirat, japat, saman sakal-sankat-bikat ॥ Meaning: The complexion of his body is like the time of rising of the sun, he is the one […]
शुक्लाम्बरधरं विष्णुंशशिवर्णं चतुर्भुजम्,प्रसन्नवदनं ध्यायेत्सर्वविघ्नोपशान्तये । शान्ताकारं भुजगशयनंपद्मनाभं सुरेशं,विश्वाधारं गगनसदृशंमेघवर्ण शुभाङ्गम् ।लक्ष्मीकान्तं कमलनयनंयोगिभिर्ध्यानगम्यम्,वन्दे विष्णुं भवभयहरंसर्वलोकैकनाथम् । औषधे चिंतये विष्णुमभोजने च जनार्धनम,शयने पद्मनाभं चविवाहे च प्रजापतिम,युद्धे चक्रधरम देवंप्रवासे च त्रिविक्रमं । नारायणं तनु त्यागेश्रीधरं प्रिय संगमे,दुःस्वप्ने स्मर गोविन्दमसंकटे मधुसूधनम । कानने नारासिम्हम चपावके जलाशयिनाम,जलमध्ये वराहम चपर्वते रघु नन्दनं,गमने वामनं चैवसर्व कार्येशु माधवं ।षोडशैतानी नमानीप्रातरुत्थाय यह पठेत,सर्वपापा विर्निमुक्तोविष्णुलोके […]
।श्री गणेशाय नमः।श्री स्वामी सामर्थाय नमः ।ॐ गं गणपतये नमो नमः ।पढके मंत्र सबकी दुर्मति मारि ।।१।। रिद्धि सिद्धि सहित गणेशजी विराजे ।आदिदेव बुद्धिदाता सबके दुःख बुझावे ।।२।। श्वेतांबरधरा निर्मल तुहि बुद्धि बल राशि ।सकल ज्ञान धारी अमर अविनाशी ।।३।। करत हंस सवारि जय सरस्वती माता ।पूरा ब्रम्हान्ड तेरे हि अन्दर विख्याता ।।४।। मै मूढ […]
श्री पंच-तत्व प्रणाम मंत्र | Panch Tattva Pranam Mantra जय श्री कृष्ण चैतन्य, प्रभु नित्यानंद, श्री अद्वैत, गदाधर, श्रीवास आदि गौर भक्त वृन्द हरे कृष्ण महामंत्र || हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे || श्री कृष्ण प्रणाम मंत्र हे कृष्ण करुणा-सिंधु दीन-बन्धु जगत्पते ,गोपेश गोपिकाकान्त […]