Mantrochar.com: हिंदू धर्म की अद्वितीय समृद्धि और आध्यात्मिकता का स्रोत। यहाँ आपको मिलेंगे शक्तिशाली मंत्र, श्लोक, चालीसा, आरतियां, अष्टकम, स्तोत्र, सहस्रनाम, और स्तुतियां सहित हिंदू धर्म से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारियां।
स्वप्न वाराही देवी स्वप्न मे उत्तर देने वाली स्वप्न वाराही देवी तंत्र की एक महत्वपूर्ण देवी है जो तांत्रिक साधनाओं में सिद्धि प्रदान करती है। स्वप्न वाराही देवी का उल्लेख विभिन्न पुराणों और तंत्र शास्त्रों में मिलता है। उन्हें विशेष रूप से रात्रि के समय में साधना करने वाले साधकों के लिए अत्यंत लाभकारी माना […]
1 ॐ ब्रह्मणे नमः। Om Brahmane Namah। 2 ॐ गायत्रीपतये नमः। Om Gayatripataye Namah। 3 ॐ सावित्रीपतये नमः। Om Savitripataye Namah। 4 ॐ सरस्वतिपतये नमः। Om Saraswatipataye Namah। 5 ॐ प्रजापतये नमः। Om Prajapataye Namah। 6 ॐ हिरण्यगर्भाय नमः। Om Hiranyagarbhaya Namah। 7 ॐ कमण्डलुधराय नमः। Om Kamandaludharaya Namah। 8 ॐ रक्तवर्णाय नमः। Om Raktavarnaya […]
जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने के लिए भैरव की आराधना का विशेष महत्व है। विशेष रूप से भैरव अष्टमी या किसी भी शनिवार को श्री बटुक-भैरव-अष्टोत्तर-शत-नाम-स्तोत्र का पाठ करने से आपके सभी कार्य सफल और सार्थक होंगे। इसके साथ ही, व्यापार, व्यवसाय, जीवन की समस्याएं, विघ्न, बाधाएं, शत्रु, कोर्ट-कचहरी के मामलों […]
हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनी अम्ब विमल मति दे अम्ब विमल मति दे हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनी अम्ब विमल मति दे अम्ब विमल मति दे जग सिरमौर बनाएँ भारत वह बल विक्रम दे वह बल विक्रम दे हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनी अम्ब विमल मति दे अम्ब विमल मति दे साहस शील हृदय में भर दे जीवन […]
नौ ग्रह हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। जन्म कुंडली में कुछ ग्रह शुभ होते हैं और कुछ अशुभ। यदि कुंडली में ग्रह दोष होता है, तो जानकार व्यक्ति हमें ग्रहों से संबंधित दान और मंत्र जप की सलाह देते हैं। यहां नवग्रहों के बीज मंत्र, तांत्रिक मंत्र, जप की संख्या और दान से जुड़ी […]
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ, यानी घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर और करोड़ों सूर्यों के समान चमकने वाले गणेश जी। उनकी पूजा के लिए कुछ विशेष महामंत्र बताए गए हैं, जो सरल हैं और संस्कृत न जानने वाले भी इन्हें आसानी से पढ़ सकते हैं। इन मंत्रों का उच्चारण करने से पूजा सफल होती है और […]
कष्टों की काली छाया दुखदायी है, जीवन में घोर उदासी लायी है l संकट को तालो साईं दुहाई है, तेरे सिवा न कोई सहाई है l मेरे मन तेरी मूरत समाई है, हर पल हर शन महिमा गायी है l घर मेरे कष्टों की आंधी आई है,आपने क्यूँ मेरी सुध भुलाई है l तुम भोले […]
तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो । तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥ तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो । तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥ तुम ही हो साथी, तुम ही सहारे । कोई ना अपना सिवा तुम्हारे ॥ तुम ही हो साथी, तुम ही सहारे । कोई ना अपना सिवा तुम्हारे […]
1. ऊँ श्री प्रकटाय नम: 2. ऊँ श्री वयासाय नम: 3. ऊँ श्री हंसाय नम: 4. ऊँ श्री वामनाय नम: 5. ऊँ श्री गगनसदृश्यमाय नम: 6. ऊँ श्री लक्ष्मीकान्ताजाय नम: 7. ऊँ श्री प्रभवे नम: 8. ऊँ श्री गरुडध्वजाय नम: 9. ऊँ श्री परमधार्मिकाय नम: 10. ऊँ श्री यशोदानन्दनयाय नम: 11. ऊँ श्री विराटपुरुषाय नम: […]
जब कुरुक्षेत्र में महाभारत का युद्ध होने वाला था और अर्जुन युद्ध के लिए तैयार नहीं थे, तब भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें समझाया और जो उपदेश दिया, उसे हम आज गीता श्लोक के नाम से जानते हैं। गीता को भगवान कृष्ण ने 18 अध्यायों में विभाजित किया, जिसमें कुल 700 श्लोक हैं। महात्मा गांधी […]
नमो भूतनाथं नमो देवदेवंनमः कालकालं नमो दिव्यतेजम् ।नमः कामभस्मं नमश्शान्तशीलंभजे पार्वतीवल्लभं नीलकण्ठम् ॥ १ ॥ सदा तीर्थसिद्धं सदा भक्तरक्षंसदा शैवपूज्यं सदा शुभ्रभस्मम् ।सदा ध्यानयुक्तं सदा ज्ञानतल्पंभजे पार्वतीवल्लभं नीलकण्ठम् ॥ २ ॥ श्मशानं शयानं महास्थानवासंशरीरं गजानां सदा चर्मवेष्टम् ।पिशाचं निशोचं पशूनां प्रतिष्ठंभजे पार्वतीवल्लभं नीलकण्ठम् ॥ ३ ॥ फणीनागकण्ठे भुजङ्गाद्यनेकंगले रुण्डमालं महावीर शूरम् ।कटिव्याघ्रचर्मं चिताभस्मलेपंभजे पार्वतीवल्लभं नीलकण्ठम् […]
शिव रक्षा कवच स्तोत्र भगवान् शिव के शक्तिशाली स्तोत्रों में से एक है। आज के इस पोस्ट में हम शिव रक्षा स्तोत्र अर्थ सहित जानने वाले हैं। शिव रक्षा कवच स्तोत्र व्यक्ति को समस्त सांसारिक भय और कष्टों से रक्षा कर परम कल्याण प्रदान करने वाला स्तोत्र है। जिसकी रचना महान् योगी, ज्ञानी और भगवान् […]
आपने ये तो सुना ही होगा कि राम से भी बड़ा राम का नाम है, भगवान श्री राम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा गया है। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम का नाम लेने से जीवन की सभी बाधाएं हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं। अगर आप भगवान श्री राम की कृपा पाना […]
1.साईंनाथ: प्रभु साई 2.लक्ष्मी नारायण: लक्ष्मी नारायण के चमत्कारी शक्ति वाले 3.कृष्णमशिवमारूतयादिरूप: भगवान कृष्ण, शिव, राम तथा अंजनेय का स्वरूप 4.शेषशायिने: आदि शेष पर सोने वाला 5.गोदावीरतटीशीलाधीवासी: गोदावरी के तट पर रहने वाले (सिरडी) 6.भक्तह्रदालय: भक्तों के दिल में वास करने वाले 7.सर्वह्रन्निलय: सबके मन में रहने वाले 8.भूतावासा: सभी प्राणियों में रहने वाले 9.भूतभविष्यदुभवाज्रित: […]
हर देश में तू, हर भेष में तू, तेरे नाम अनेक तू एक ही है, तेरे नाम अनेक तू एक ही है। तेरी रंगभूमि, यह विश्व भरा, सब खेल में, मेल में तू ही तो है॥ सागर से उठा बादल बनके, बादल से फटा जल हो करके। फिर नहर बना नदियाँ गहरी, तेरे भिन्न प्रकार, […]